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pooja0011 Guestbook![]() if u cry ur frnds cry, if u smile they smile so keep smilin gorgeous and make me feel happy. ![]() ![]() ![]() poojha hoy are you. tumne kya dilhi ki admee my to bangali tujhse keise bat karon may hindi nehi seekkha ![]() More Flowers Greeting CommentsMore Flowers Greeting CommentsMore Flowers Greeting CommentsMore Sexy CommentsMore Sexy Comments ![]() की मस्त चुदाई प्रेषक : मुकेश शर्मा दोस्तो ! मेरा नाम मुकेश है। मैंने अन्तर्वासना की सभी कहानियाँ पढ़ी हैं तो मेरा भी दिल आज अपनी आप बीती लिखने का हुआ तो लिखने बैठ गया अपने हसीन पलों की दास्ताँ ! यह मेरी पहली कहानी है। लेकिन एक वास्तिक घटना है जो कि १ साल पहले मेरे साथ हुई थी। मैं इसमें कुछ गंदी भाषा का प्रयोग भी कर रहा हूँ लेकिन सिर्फ़ रोचक बनाने के लिये। यह बात सिर्फ़ मुझे और मेरी भाभी को ही पता है और अब आपको भी यह कहानी पढ़ कर पता लग जाएगी। मेरे भैया की शादी दो साल पहले ही हुई है। भाभी का नाम मन्दाकिनी है। भाभी बहुत ही सेक्सी, गोरी, स्लिम है। उनका फ़ीगर वेल-मेन्टेन्ड है। भैया एक कंपनी में हैं, वो बाहर ही रहते हैं और शहर में वो कभी कभी आते हैं। भाभी को देख २ कर मैं तो जैसे पागल हुआ जा रहा था। किसी न किसी तरह भाभी को छूने की कोशिश करता रहता था। वो जब मेरे कमरे में झाडू लगाने आती तो जैसे ही झुकती तो मेरा ध्यान सीधे उनके ब्लाउज़ के अंदर चला जाता। क्या गजब स्तन हैं हैं उनके ! जी करता कि पकड़ कर मसल दूं ! पर मैं तो सिर्फ़ उन्हें देख ही सकता था। भाभी और मुझ में बहुत ही अच्छी जमती थी। हम हंसी मजाक भी कर लेते थे। पर कभी भी घर में अकेले नहीं होते थे, कोई न कोई रहता था। मैं सोचता था कि काश एक दिन मैं और भाभी अकेले रहें तो शायद कुछ बात बने। सर्दी का मौसम था, घर के सभी सदस्यों को एक रिश्तेदार की शादी में चेन्नई जाना था। भैया तो रहते नहीं थे। मम्मी पापा, मैं और भाभी ही थे। पापा ने कहा- कि शादी में कौन कौन जा रहा है? मैंने कहा- मेरे तो एक्ज़ाम्स आ रहे हैं। मैं तो नहीं जा पाउंगा। मम्मी बोली- चलो ठीक है इसकी मरजी नहीं है तो यह यहीं रहेगा पर इसके खाने की परेशानी रहेगी। इतने में मैं बोला- भाभी और मैं यहीं रह जायेंगे, आप दोनो चले जायें। सबको मेरा विचार सही लगा। अगले दिन मम्मी पापा को मैं ट्रैन में बिठा आया। अब मैं और भाभी ही घर में थे। भाभी ने आज गुलाबी साड़ी और ब्लाऊज़ पहन रखा था। ब्लाउज़ में से ब्रा जो के क्रीम रंग की थी, साफ़ दिख रही थी। मैं तो कंट्रोल ही नहीं कर पा रहा था। पर भाभी को कहता भी तो क्या। भाभी बोली- थैन्क यू देवर जी ! मैंने कहा- किस बात का? भाभी बोली- मेरा भी जाने का मूड नहीं था। अगर आपकी पढ़ाई डिस्टर्ब न हो तो आज मूवी देखने चलें? मैंने कहा- चलो ! पर कोई अच्छी मूवी तो लग ही नहीं रही है, सिर्फ़ मर्डर ही लगी हुई है। भाभी ब | |